शिल्पकार. Blogger द्वारा संचालित.

चेतावनी

इस ब्लॉग के सारे लेखों पर अधिकार सुरक्षित हैं इस ब्लॉग की सामग्री की किसी भी अन्य ब्लॉग, समाचार पत्र, वेबसाईट पर प्रकाशित एवं प्रचारित करते वक्त लेखक का नाम एवं लिंक देना जरुरी हैं.
रफ़्तार
स्वागत है आपका

गुगल बाबा

इंडी ब्लागर

 

मौत का इंतजार अब कौन करेगा?



मुझे  अब   नंगे,   पाँ व    ही  चलने  दो,
जूतियों का  इंतजार,  अब  कौन करेगा?


तपती  दुपहरी   को, और  भी  चढ़ने दो,
छतरियों  का  इंतजार,अब कौन करेगा?


पाँव  के  छालों  को,  और  भी  बढ़ने दो
मरहम का इंतजार,  अब  कौन  करेगा?


इन  आंसुओं  को, यूँ   ही  बह  जाने  दो,
रुकने   का  इंतजार, अब  कौन  करेगा?


मुझे  अब  तुम  जिन्दा  ही  जला  डालो,
मौत  का   इंतजार  अब   कौन   करेगा?




आपका
शिल्पकार 
(फोटो गूगल से साभार)

Comments :

15 टिप्पणियाँ to “मौत का इंतजार अब कौन करेगा?”
खोटा सिक्का ने कहा…
on 

बहुत मार्मिक रचना है,खेतीहर मजदुरों एवम किसानों की हालत दयनीय है,आपकी कवि्ता सोचने पर मजबुर करती है,बढिया।

टिपौती लाल "झारखण्डी" ने कहा…
on 

बहुत खुब बधाई,बहुत गहरे भाव है,स्वागत है

जी.एल. शर्मा ने कहा…
on 

आपमे एक दर्द को उकेरन की क्षमता है उसका खुबसुरत उदाहरण है, बधाई

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…
on 

शुक्रीया सुनील भाई हौसला अफ़जाई के लिए,
आपका स्नेह ही हमारे लिए बहुत है,
आते रहीए

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…
on 

धन्यवाद देव जी आपकी टिपप्णी मेरा उत्साह बढाती है,
आते रहीए

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…
on 

धन्यवाद जी एल शर्मा जी,आते रहीए,

Anil Pusadkar ने कहा…
on 

अच्छा लिखा ललित जी।

Kusum Thakur ने कहा…
on 

इतनी अच्छी भावपूर्ण रचना के लिए आपको बहुत बहुत बधाई .

Kusum Thakur ने कहा…
on 

इतनी अच्छी भावपूर्ण रचना के लिए आपको बहुत बहुत बधाई .

निर्मला कपिला ने कहा…
on 

ाज के हालात मे जो जी रहा है वो जिन्दा ही तो जल रहा है ।बहुत मार्मिक अभिव्यक्ति है शुभकामनायें

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…
on 

धन्यवाद अनिल भैया,शिल्पकार आपके आने से खुश हुआ,फ़िर आईयेगा,

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…
on 

dhanyavad nirmala kapila ji, aaj aapki kahani padhi hai,aage ke bhag ka intjar hai/

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…
on 

कुसुम ठाकुर जी धन्यवाद आपको मेरी कविता पसद आने का,आपका पुन: स्वागत है,

Unknown ने कहा…
on 

बहुत ही दर्द छिपा होता है किसानो के ह्रदय में आपने उसे बहुत ही खूबसूरती से प्रस्तुत किया है अपने ब्लाग के माध्यम से !आपको बहुत बहुत बधाई

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…
on 

aapko dhayvad rakesh ji,aapka svagat hai,
mere blog pr

 

लोकप्रिय पोस्ट

पोस्ट गणना

FeedBurner FeedCount

यहाँ भी हैं

ईंडी ब्लागर

लेबल

शिल्पकार (94) कविता (65) ललित शर्मा (56) गीत (8) होली (7) -ललित शर्मा (5) अभनपुर (5) ग़ज़ल (4) माँ (4) रामेश्वर शर्मा (4) गजल (3) गर्भपात (2) जंवारा (2) जसगीत (2) ठाकुर जगमोहन सिंह (2) पवन दीवान (2) मुखौटा (2) विश्वकर्मा (2) सुबह (2) हंसा (2) अपने (1) अभी (1) अम्बर का आशीष (1) अरुण राय (1) आँचल (1) आत्मा (1) इंतजार (1) इतिहास (1) इलाज (1) ओ महाकाल (1) कठपुतली (1) कातिल (1) कार्ड (1) काला (1) किसान (1) कुंडलियाँ (1) कुत्ता (1) कफ़न (1) खुश (1) खून (1) गिरीश पंकज (1) गुलाब (1) चंदा (1) चाँद (1) चिडिया (1) चित्र (1) चिमनियों (1) चौराहे (1) छत्तीसगढ़ (1) छाले (1) जंगल (1) जगत (1) जन्मदिन (1) डोली (1) ताऊ शेखावाटी (1) दरबानी (1) दर्द (1) दीपक (1) धरती. (1) नरक चौदस (1) नरेश (1) नागिन (1) निर्माता (1) पतझड़ (1) परदेशी (1) पराकाष्ठा (1) पानी (1) पैगाम (1) प्रणय (1) प्रहरी (1) प्रियतम (1) फाग (1) बटेऊ (1) बाबुल (1) भजन (1) भाषण (1) भूखे (1) भेडिया (1) मन (1) महल (1) महाविनाश (1) माणिक (1) मातृशक्ति (1) माया (1) मीत (1) मुक्तक (1) मृत्यु (1) योगेन्द्र मौदगिल (1) रविकुमार (1) राजस्थानी (1) रातरानी (1) रिंद (1) रोटियां (1) लूट (1) लोकशाही (1) वाणी (1) शहरी (1) शहरीपन (1) शिल्पकार 100 पोस्ट (1) सजना (1) सजनी (1) सज्जनाष्टक (1) सपना (1) सफेदपोश (1) सरगम (1) सागर (1) साजन (1) सावन (1) सोरठा (1) स्वराज करुण (1) स्वाति (1) हरियाली (1) हल (1) हवेली (1) हुक्का (1)
hit counter for blogger
www.hamarivani.com