दुनिया है आनी जानी रे बन्दे, दुनिया है आनी जानी
बोल ले अब तो अपने मुंह से प्यारे प्रभु की मीठी बानी
दुनिया है आनी जानी ,
दुनिया है आनी जानी,रे बन्दे
सुन्दर थी वह गात भी गई, गरजने वाली बात भी गयी
रहता है क्यों भुला-भुला, साँस गई और रात भी गई
छोड़ दे अब तू तीर कमानी,
दुनिया है आनी जानी रे बन्दे
राजा गये और गए भिखारी,मुरख गये और नीति धारी
रहता है क्यों फुला-फुला, नामी गये और गद्दी धारी
फिर भी तुने बात ना मानी
दुनिया है आनी जानी रे बन्दे.
साधू गये और महंत भी गए,संत गये और असंत भी गए
तू माया पींग पर झुला-झुला,ना जाने कितने बसंत भी गये
फिर क्यों करता तू अभिमानी
दुनिया है आनी जानी रे बंदे
कर ले अब कुछ तो समाई, छोड़ दे सारे दुर्गुण भाई,
प्यारे प्रभु में लगन लगा कर,कर ले कुछ तो नेक कमाई
संवर जायेगी ये जिंदगानी,
दुनिया है आनी जानी रे बन्दे,
आपका
शिल्पकार
फोटो गूगल से से साभार
bahut sundar bhajan, achchaa bhav,aabhar,
बहुत ही प्रेरणास्पद भजन है भैया,आपको धनतेरस की शुभकामनाएं
दुनिया है आनी जानी रे बंदे, बहुत ही सुन्दर भाव,
बधाई,
दुनिया है आनी जानी रे बंदे, बहुत ही सुन्दर भाव,
बधाई,
धन्यवाद देव भाई आपको धनतेरस की शु्भकामनाएं
धन्यवाद उदय जी,आपको धनतेरस की शु्भकामनाएं
धन्यवाद मास्टर जी भाई आपको धनतेरस की शु्भकामनाएं
यही तो लोग नहीं समझते .. बहुत सुंदर रचना लिखी आपने !!
राजा गये और गए भिखारी,मुरख गये और नीति धारी
रहता है क्यों फुला-फुला, नामी गये और गद्दी धारी
फिर भी तुने बात ना मानी
दुनिया है आनी जानी रे बन्दे.
Bahut Sundar !!
dhanyvad gondiyal ji,aapko shubhkamnayen,
dhanyvad sngeeta ji,aapko shubhakamnayen
sneh bnaye rakhen,
bahut khoob "duniya hain aani jaani waah ...ati sundar
बहुत बढ़िया गीत प्रस्तुति बधाई .
ज़िन्दगी को सबक देती बहुत अच्छी प्रस्तुति
भजन है बहुत भावपूर्ण!!
बधाई हो महाराज!
धन्यवाद समीर भाई आपको धनतेरस की शु्भकामनाएं
धन्यवाद मिसिर जी आपको धनतेरस की शु्भकामनाएं
धन्यवाद पँ किशोर जी आपको धनतेरस की शु्भकामनाएं
धन्यवाद वर्मा जी आपको धनतेरस की शु्भकामनाएं