परसों होली है, नंगाड़ों की मधुर ताल वातावरण कों होली मय कर रही है. कल शाम कों हमारे घर में नगाड़ों की आवाज सुनाई दी. तबियत नासाज होने के कारण मैं सोया हुआ था. देखा तो चंदू घर के अन्दर ही नगाड़े पीटने लग गया है. भाई होली है......बच्चों बूढों सभी के मन में होली की उमंग रहती है. चंदू की बस एक ही जिद रहती है उसे नगाड़े चाहिए. दो चार दिन बजाकर फिर उसका विसर्जन कर डालता है. मतलब बजा-बजा कर फोड़ डालता है और होली पर नए नगाड़ों कों खरीदने का इंतजार करता है. आज सुबह ही उठ कर बिना नहाये धोये नगाड़े बजाने में लगा हुआ है. देखिये आप भी.......मूड में होता है तो गाता भी है. लेकिन आज नहीं गा रहा था सिर्फ नगाड़े बजाने की ही धुन में लगा हुया है...........इसके साथ एक फाग भी प्रस्तुत है.......जो परम्पराओं के खजाने से निकाला गया है.......लीजिये आनंद और मनाईये होली..
धीरे बहो नदिया धीरे बहो, धीरे बहो
धीरे बहो नदिया धीरे बहो
राधा जी उतरैं पार
नदिया धीरे बहो
काहेन के तोरे नाव-नउलिया काहेन के पतवार
कौन है तोरे नाव खिवैया कौने उतरै पार
नदिया धीरे बहो
अगर-चंदन के नाव-नउलिया सोनेन के पतवार
कृष्णचन्द्र हैं नाव खिवैया राधा उतरै पार
नदिया धीरे बहो
आपका
शिल्पकार
ललित भईया होली का असली मजा आप ही ले रहे हैं ।
ललित जी,
यही तो वसन्त की विशेषता है कि बच्चों से लेकर बूढ़ों तक में जोश और उत्साह भर जाता है। वहाँ चंदू नगाड़े बजा रहा है और अपने यहाँ हम भी फाग गा रहे हैं
रसिक हृदय आनन्द करन हित
राग फाग के गाऊँ रे लाल।
प्रथम गणेश मनाऊँ रे लाल॥
waah ........aanand aa gaya.
होली है-भाई होली है.......
होलिया में उड़े से गुलाल
कहियो रे मंगेतर से ....
होली है भाई/भौजी होली है
होली की घणी घणी मुबारकबाद!!
बहुत शानदार रचना. होली की शुभकामनाएं.
रामराम.
चन्दू को और आपको होली की हार्दिक बधाई
वाह । होली की बहुत बहुत बधाई
Bahut Bhadiya...Holi ki Shubhkaamanaae!!
Saadar
bahut khoob ....holi ki dher sari subhkamnayen
होली की बधाई स्वीकार करें!
बहुत सुंदर जी, हम तो यहां होली खेले भी तो केसे ना गुलाल है, ना ही रंग ओर् मोसम भी हद से ज्यादा ठण्डा, चन्दू को बोले की एक बार जोर दार नगाडा ह्मारी तरफ़ से भी बजा ले.
धन्यवाद
भरपूर मस्ती!!! :)
आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.
bahut accha