कल आपसे वादा किया था कि माता का जसगीत आपको सुनाने का प्रयास करुंगा। मेरा प्रयास पुरा हुआ और मै उसे आपके लिए लाने में सफ़ल हुआ। छत्तीसगढ के भजन सम्राट दुकालु राम यादव के "राम लखन तोर जंवारा" से यह गाना लिया गया हैं। हम उन्हे धन्यवाद देते हैं कि छत्तीसगढ की संस्कृति का प्रचार कर रहे हैं। "कुहु कुहु बो्ले ना कोयलिया" को सीमा कौशिक जी ने गाया है प्रस्तुत है माता का जंवारा गीत--आप आनंद लिजिए-आपको पसंद आयेंगे तो मेरा प्रयास सार्थक हो जाएगा।
1.कुहु कुहु बोले ना कोयलिया--गायक सीमा कौशिक
दुकालु राम यादव जी से साभार
आपका
शिल्पकार
माता के इस गीत के लिए आभार ....
जन्म-दिन की हार्दिक शुभकामनाएँ!
बेहतरीनऔर जन्मदिवस पर शुभकामनाएं.
जमाई सा' को जन्मदिन की बधाई!
जन्म दिन पर शानदार और आनंददायक गीत सुनाने का आभार।
वाह ललित जी! नवरात्रि में जसगीत सुनाकर तृप्त कर दिया आपने!
बहुत ही मधुर गीत सुनवाया आपने ललित जी..
और आज आपको आपके जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई..
आप को जन्म-दिन की बधाई ओर हार्दिक शुभकामनाएँ!
मै गाना सुनते हुए कमेन्ट कर रहा हू आपका प्रयास बिल्कुल सार्थक हुआ,बेहद सुदर गीत .
VIKAS PANDEY
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बहुत बढ़िया..आभार यह गीत सुनवाने का.