नवरात्रों की धुम जोरों पर है। छत्तीसगढ़ मे जसगीत गाने वाली सेवा टोलियां जंवारा स्थल पर जाकर देवी माता की सेवा कर रही हैं, जगह-जगह जंवारा गीत गाए जा रहे है- जवाँरा से तात्पर्य ठंड मे बोए जाने वाला धान्य जौ से है। जंवारा छत्तीसगढ़ मे शक्ति की देवी दुर्गा माता का प्रतीक है शब्द शीतकाल में रोपे जाने एक अनाज जौ से बना है । छत्तीसगढ़ में जवाँरा जो कि शक्ति और देवी का प्रतीक है । वर्ष में दो बार बोया जाता है । चैत शुक्ल से नवमी तक तथा द्वितीय कुंआर शुक्ल से नवमी तक जवाँरा में गेहूँ, उड़द, चना पांच या सात प्रकार के बीज घर के भीतर भूमि पर अथवा टोकनी में देवी स्थापना के पश्चात् बोये जाते है । अंकुरित, पौधो की सुबह शाम पूजा की जाती है, जवाँरा के सेवक इस अवसर पर जवाँरा गीत गाये जाते है । जवाँरा गीतों में दुर्गा माँ की आरती विभिन्न देवताओं की स्तुति उनके निवास वाहन तथा भोजन आदि का वर्णन मिलता है । ढोलक, झांझ, चांग, मंजीरा, मांदर, खलहर आदि पौधों का प्रमुख जवाँरा गीत में प्रयोग किया जाता है । जंवारा सेवा दल के श्री नंद कुमार निषाद राज के सौजन्य से कुछ माता सेवा गीत प्राप्त हुए हैं जिन्हे प्रस्तुत कर रहा हुँ।
जसगीत-माता सेवा गीत
रन बन रन बन हो SSS
तुम खेलव दुलरवा रन बन रन बन होSSS
रन बन रन बन हो SSS
काकर पुत हे बाल बरमदेव काकर पुत गौरेइया
काकर पुत हे बन के रक्सा
रन बन रन बन हो SSS
ब्राहमन पू्त हे बाल बरमदेव अहिरा पूत गौरेइया
धोबिया पूत हे बन के रक्सा
रन बन रन बन हो SSS
कहंवा रहिथे बाल बरमदेव कहंवा रहिथे गौरेइया
कहंवा रहिथे बन के रक्सा
रन बन रन बन हो SSS
बर मा रहि्थे बाल बरमदेव कोठा मा रहिथे गौरेइया
बन मा रहिथे बन के रक्सा
रन बन रन बन हो SSS
का पूजा लेथे बाल बरमदेव, का पूजा लेथे गौरेइया
का पूजा लेथे बन के रक्सा
रन बन रन बन हो SSS
नरियल लेथे बाल बरमदेव, कुकरी लेथे गौरेइया
यहां भैंसा लेथे बन के रक्सा
रन बन रन बन हो SSS
तुम खेलव दुलरवा रन बन रन बन होSSS
रन बन रन बन हो SSS
आपका
शिल्पकार
जै हो!!!
बहुत सुन्दर जसगीत हे महराज!
"ठग ठग बोकरा खाये हो कंकाली माई" घलो ला सुनाते महराज! अड़बड़ेच् अच्छा लागथे!
बहुत सुंदर जानकारी दी आप ने, धन्यवाद
इस सुंदर गीत के लिये बहुत धन्यवाद.
रामराम.
...जय माता दी !!!!
वाह इस जसगीत की धुन मन मे बजने लगी ।
सुन्दर जसगीत
जसगीत की महिमा अपार है