tag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post740894237478079363..comments2023-10-04T12:55:32.845+05:30Comments on शिल्पकार के मुख से: मालूम नहीं है क्या? आज नरक चौदस है --- ललित शर्माब्लॉ.ललित शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post-49365213272957669882011-01-28T20:01:53.064+05:302011-01-28T20:01:53.064+05:30हा हा हा ……
मुझे नहीं जाना स्वर्ग में
यही नर्क में...हा हा हा ……<br />मुझे नहीं जाना स्वर्ग में<br />यही नर्क में ही रहने दो<br />मैं स्वर्ग में नहीं रह सकता हूँ<br />वहाँ जाकर मै उकता जाऊंगा<br />सारे दोस्त तो नरक में ही मिलेंगे<br />इसलिए स्वर्ग में क्या लेने जाऊंगा?…<br />शुभकामनायें…मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post-63064106225834306782010-11-05T10:29:34.875+05:302010-11-05T10:29:34.875+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति।
चिरागों से चिरागों में रोशन...<b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। <br />चिरागों से चिरागों में रोशनी भर दो,<br />हरेक के जीवन में हंसी-ख़ुशी भर दो।<br />अबके दीवाली पर हो रौशन जहां सारा<br />प्रेम-सद्भाव से सबकी ज़िन्दगी भर दो॥<br />दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!<br />सादर,<br />मनोज कुमार</b>मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post-74950940647449762002010-11-05T07:59:21.635+05:302010-11-05T07:59:21.635+05:30हा हा हा बने च लिखे हस हंसी संग हकीकत। मजा आ गे।हा हा हा बने च लिखे हस हंसी संग हकीकत। मजा आ गे।सूर्यकान्त गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post-79014773247099550332010-11-05T07:59:19.576+05:302010-11-05T07:59:19.576+05:30हा हा हा बने च लिखे हस हंसी संग हकीकत। मजा आ गे।हा हा हा बने च लिखे हस हंसी संग हकीकत। मजा आ गे।सूर्यकान्त गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/05578755806551691839noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post-43940021004398181352010-11-04T23:56:54.226+05:302010-11-04T23:56:54.226+05:30'असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्...'असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय, मृत्योर्मा अमृतं गमय ' यानी कि असत्य की ओर नहीं सत्य की ओर, अंधकार नहीं प्रकाश की ओर, मृत्यु नहीं अमृतत्व की ओर बढ़ो ।<br /><br />दीप-पर्व की आपको ढेर सारी बधाइयाँ एवं शुभकामनाएं ! आपका - अशोक बजाज रायपुरASHOK BAJAJhttps://www.blogger.com/profile/07094278820522966788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post-30300546048216807082010-11-04T23:21:22.032+05:302010-11-04T23:21:22.032+05:30फिर वहां रम्भा,मेनका, उर्वशी
जैसी अप्सराओं से तु...फिर वहां रम्भा,मेनका, उर्वशी <br />जैसी अप्सराओं से तुम्हे डाह होगी<br />तुम्हारे होठों पर एक आह होगी<br />कोई लाभ नहीं होगा बाद पछताने में<br /><br />आपकी युक्ति काम कर गयी :):)<br /><br />दीपावली की शुभकामनाएँ ..संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post-45934960285384909722010-11-04T21:16:54.215+05:302010-11-04T21:16:54.215+05:30आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामाए...आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामाएंराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post-7049716036630478042010-11-04T17:24:28.620+05:302010-11-04T17:24:28.620+05:30अगर नही नहाना है तो नरक में ही जाओ
यह मीठी झिड़की...<i>अगर नही नहाना है तो नरक में ही जाओ</i><br /><br />यह मीठी झिड़की मुस्कुराहट ले आई<br /><br />आपको, पारिवारिक सद्स्यों, वरिष्ठजनों को दीपावली पर्व की शुभकामनाएँAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post-61331990116235530002010-11-04T13:17:33.830+05:302010-11-04T13:17:33.830+05:30नहीं आपके लिए स्वर्ग ही बदा है. नरक चतुर्दशी आज शा...नहीं आपके लिए स्वर्ग ही बदा है. नरक चतुर्दशी आज शाम को ही लगने वाली है. दीपावली की शुभकामनाएं.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4906939505333498159.post-42280323211682008162010-11-04T11:48:25.397+05:302010-11-04T11:48:25.397+05:30तनाव आपाधापी और कोलाहल से भरे इस जीवन में चेहरे पर...तनाव आपाधापी और कोलाहल से भरे इस जीवन में चेहरे पर कुछ देर के लिए मुस्कान आ जाये तो इस से बढकर क्या हो सकता है.<br />शुभकामनायें.sandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.com